साईं बाबा के फूलों से बिखरेगी अब खुशबू

साईं बाबा के फूलों से बिखरेगी अब खुशबू

मुंबई। महान नाटटकार विलियम शेक्सपियर ने लिखा था कि गुलाब को अगर आप किसी और नाम से भी पुकारें तब भी उसकी खुशबू उतनी ही प्रभावी रहेगी। लगता है इस बात को शिरडी के साईं बाबा ट्रस्ट ने भी मानकर अमल में लाने का फैसला किया है। ट्रस्ट ने फैसला किया है कि साईं बाबा को भक्तों द्वारा च़ढाए जानेवाले गुलाब के फूल का प्रयोग अगरबत्ती बनाने के लिए किया जाएगा। इसका उद्देश्य महिलाओं के एक समूह की मदद करने का है। श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट ने फैसला किया है पूजा के लिए च़ढाए जाने वाले गुलाब और गुलाब की पत्तियों का प्रयोग अगरबत्ती बनाने के लिए किया जाएगा। शुक्रवार को ट्रस्ट की मीटिंग में यह फैसला लिया जाएगा। अगरबत्ती बनाने का काम स्थानीय महिलाओं के एक स्वयंसहायता समूह को दिया जाएगा। ट्रस्ट के इस कदम से तकरीबन २०० महिलाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं, साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट की तरफ से इन अगरबत्तियों को बेचा जाएगा। अगरबत्तियों की बिक्री से मिलने वाली रकम को कई स्वयंसहायता समूहों के बीच बांटा जाएगा। श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट के चेयरमैन सुरेश हवारे ने कहा, ’’हमने गुलाब के फूलों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने का फैसला लिया है।’’उन्होंने कहा, ’’साईं बाबा की समाधि पर च़ढाने के लिए हर रोज तकरीबन १ टन से अधिक गुलाब आते हैं। वीकेंड में तो यह आंक़डा और भी अधिक है। उनमें से बहुत कम गुलाब का इस्तेमाल वीवीआईपी आगंतुकों के स्वागत के लिए किया जाता है। बाकी गुलाब को हमें मजबूरी में फेंकना प़डता है। अब इन गुलाबों का इस्तेमाल अच्छे प्रयोजन के लिए हो सकेगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि अगरबत्ती के साथ बाबा के भक्त उनका आशीर्वाद भी घर लेकर जा सकेंगे। हवारे ने बताया कि भविष्य में गुलाबों से गुलकंद बनाने की भी योजना है। फिलहाल अगरबत्ती का मूल्य तय नहीं किया गया है। अहमदनगर में जहां साईं बाबा का मंदिर स्थित है, वहां २० से अधिक सक्रिय स्वयंसेवी संस्थाएं हैं। इस क्षेत्र की लोकप्रियता गुलाबों की खेती को लेकर भी है।

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