सिर से जुड़े बच्चे के पविार को मिला इलाज का आश्वासन

सिर से जुड़े बच्चे के पविार को मिला इलाज का आश्वासन

ओडिशा के कंधमाल जिले में दो साल के दो जु़डवां भाइयों के सिर जु़डे हुए हैं। उनके माता-पिता बहुत ही गरीब हैं और बिना इलाज के, ब़डी मुश्किल से उन्हें पाल रहे हैं। विशेषज्ञ कहते हैं २५ लाख में से एक मामले में ऐसे जु़डवां जन्म लेते हैं, जिनके सिर जु़डे हों। अब ओडिशा सरकार ने इनकी सर्जरी के लिए मदद करने का आश्वासन दिया है। बच्चों के माता-पिता को उम्मीद है कि अब वे अपने दो ब़डे भाइयों के साथ सामान्य ढंग से खेल पाएंगे।ओडिशा के कंधमाल जिले में पुष्पांजलि कन्हार ने ९ मार्च, २०१५ को जु़डवां बच्चों को जन्म दिया था। उनके सिर के ऊपरी सिरे जु़डे हुए थे। बच्चों का पिता भुवन कन्हार खेती करता है और उसकी मासिक आय महज १,६०० रुपए बताई जाती है। इन अनोखे जु़डवां भाइयों का नाम हनी और सिंह रखा गया था। जन्म के बाद हुई स्कैनिंग से पता चला कि इन भाइयों के ब्रेन अलग-अलग हैं, सिर्फ उनकी खोपि़डयां जु़डी हैं। गरीबी के कारण भुवन और पुष्पांजलि बच्चों के इलाज में असमर्थ हैं। वे ब़डी मुश्किल से उन्हें पाल पा रहे हैं। बच्चों को भी नहाने, खाने, सोने, चलने जैसे आम कामों में भी ब़डी दिक्कतें आती हैं। हालांकि, पुष्पांजलि को उम्मीद है कि एक दिन हनी और सिंह अपने दो ब़डे भाइयों के साथ सहज ढंग से खेल पाएंगे। भुवन और पुष्पांजलि के दो ब़डे बेटे हैं, जिनमें से एक ९ साल का और दूसरा ६ साल का है। दोनों नॉर्मल हैं। हाल ही में ओडिशा सरकार ने हनी और सिंह के इलाज में मदद करने का आश्वासन दिया है। इसके लिए उनके माता-पिता उन्हें लेकर नई दिल्ली स्थित एम्स जाने वाले हैं। जु़डवां बच्चों के सिर जु़डे होने की स्थिति चिकित्सा की भाषा में क्रेनिओपागस कहलाती है। औसतन २५ लाख चाइल्ड डिलिवरी में से एक केस इस तरह का होता है। हनी और सिंह के दिमाग अलग-अलग हैं, लेकिन खोप़डी की हड्डियां जु़डी हुई हैं।विशेषज्ञों का कहना है कि यह थो़डे राहत की बात है, क्योंकि यदि ब्रेन भी जु़डे होते, तो सर्जरी बहुत ज्यादा कॉ्प्लिलकेटेड और जोखिम भरी हो जाती। इसके बावजूद हनी और सिंह को सर्जरी से अलग करने में भी जोखिम होगा। सर्जरी के बाद बच्चों के जीवित रहने पर भी उनके दिमागी फंक्शंस में ग़डबि़डयों की आशंका रहती है।बहरहाल, गहन जांच के बाद विशेषज्ञ तय करेंगे कि हनी और सिंह के सिर किस तरह जु़डे हैं और इसकी सर्जरी की जानी चाहिए या नहीं? पिछले महीने अमेरिका के फिलाडेल्फिया में इसी तरह सिर से जु़डी दो बच्चियों की सफल सर्जरी हो चुकी है।

About The Author: Dakshin Bharat