बोले वायुसेना प्रमुख- ‘प्रधानमंत्री द्वारा दी गई समय सीमा में ही कामयाब होगा मिशन गगनयान’

बोले वायुसेना प्रमुख- ‘प्रधानमंत्री द्वारा दी गई समय सीमा में ही कामयाब होगा मिशन गगनयान’

bs dhanoa

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। भारत जल्दी ही अपने मानवीय अंतरिक्ष मिशन का सपना साकार करने में सफल होगा। यह कहना है भारतीय वायुसेना के प्रमुख चीफ एयर मार्शल बीएस धनोआ का। उन्होंने शुक्रवार को यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मिशन ‘गगनयान’ की लांचिंग के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को दी गई समय सीमा के अंदर ही इस मिशन को सफल बनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने इस वर्ष देश के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से अपने संबोधन में कहा था कि 2022 तक भारत अंतरिक्ष में मानव को भेजने में सफलता हासिल कर लेगा। वायुसेना प्रमुख धनोआ ने शुक्रवार को यहां इंडियन सोसाइटी ऑफ ऐरोस्पेस मेडिसिन (आईएसएएम) के 57वें वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह सोसाइटी अंतरिक्ष यात्रियों के चयन में काफी समय पहले से ही जुटी हुई है। अंतरिक्ष में मनुष्य को भेजने के मिशन में इसका जुड़ाव आगे भी बना रहेगा।

उन्होंने कहा, मैं निश्चित हूं कि हम इस मिशन को काफी कम समय में ही सफल बना सकते हैं। ऐरोस्पेस मेडिसिन के विशेषज्ञ वायुयान उड़ाने वालों के लिए जमीनी स्तर पर सबसे अच्छे दोस्त साबित हो सकते हैं। इस समारोह को संबोधित करते हुए आईएसएएम के कमांडेंट एयर कमोडोर अनुपम अग्रवाल ने कहा कि उन्हें अंतरिक्ष यात्रियों के चयन का काम पूरा करने में 12 से 14 महीनों का समय लग सकता है।

उन्होंने इसके साथ ही स्वीकार किया कि अंतरिक्ष जाने के लिए सबसे अधिक योग्य व्यक्ति का चयन करना आईएसएएम के लिए काफी बड़ी चुनौती होगी। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि जहां अन्य विकसित देशों ने अंतरिक्ष में मनुष्य को भेजने से पहले विभिन्न जानवरों को अंतरिक्ष भेजकर उन पर अंतरिक्ष यात्रा के प्रभाव का अध्ययन किया, वहीं भारत पहला ऐसा देश होगा जो पशुओं के स्थान पर पहले ही मिशन में मनुष्य को अंतरिक्ष में भेजेगा।

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