झूठ बोलकर ‘घुमाई’ पर निकले विधायक अमनमणि की बढ़ीं मुश्किलें, एफआईआर दर्ज, होंगे क्वारंटाइन

झूठ बोलकर ‘घुमाई’ पर निकले विधायक अमनमणि की बढ़ीं मुश्किलें, एफआईआर दर्ज, होंगे क्वारंटाइन

बिजनौर/दक्षिण भारत। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की नौतनवां सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी द्वारा लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर उत्तराखंड स्थित तीर्थस्थल जाने के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि इनके पास वहां जाने की अनुमति नहीं थी और कोई वैध पास भी नहीं था।

इस संबंध में बिजनौर एसपी संजीव त्यागी ने कहा है कि विधायक अनावश्यक रूप से बाहर थे, लिहाजा कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि विधायक एवं उनके साथ गए लोगों को क्वारंटाइन कर टेस्ट भी कराया जाएगा।

बता दें कि अमनमणि त्रिपाठी लॉकडाउन के बीच उस समय विवादों में घिर गए जब वे तीन गाड़ियों का काफिला लेकर उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम जा रहे थे। आरोप है कि जब उनसे प्रशासन ने पूछताछ की तो उन्होंने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता की मृत्यु के बाद आवश्यक धार्मिक रस्मों को यात्रा का कारण बताया।

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हालांकि, उप्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि इस मामले में निर्दलीय विधायक त्रिपाठी को न तो अधिकृत किया गया था और न ही उन्हें कोई पास दिया गया। प्रदेश सरकार की ओर से ऐसी खबरों का खंडन भी किया गया जिनमें उक्त दावा किया गया ​था।

जानकारी के अनुसार, नजीबाबाद पुलिस ने विधायक को कोटद्वार मार्ग स्थित समीपुर पुलिया पर रोका और लॉकडाउन में आवागमन के लिए जरूरी उत्तर प्रदेश शासन का पास मांगा तो वे नहीं दिखा सके।

इसके बाद, पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के साथ ही भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करके विधायक अमनमणि, उनके साथी माया शंकर, रितेश यादव, संजय सिंह, ओमप्रकाश यादव, उमेश चौबे और मनीष कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

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