लॉकडाउन: छात्रावास में रुकी छात्राओं से मिले शिवराज, कहा- ‘मामा हैं ना, चिंता न करो’

लॉकडाउन: छात्रावास में रुकी छात्राओं से मिले शिवराज, कहा- ‘मामा हैं ना, चिंता न करो’

भोपाल/भाषा। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के कारण यहां महिला छात्रावास में फंसी छात्राओं से मुलाकात कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा, ‘घर में मम्मी-पापा को फोन करके बता देना की चिंता न करें, यहां मामा हैं।’

मालूम हो कि शिवराज सिंह चौहान ने अपने पिछले कार्यकाल में विद्यार्थियों और युवाओं विशेषकर लड़कियों के लिए सामाजिक कल्याण की अनेक योजनाएं लागू की थीं। इसलिए मध्यप्रदेश के युवाओं में उन्हें ‘मामा’ कहा जाता है। छात्रावास में लड़कियों की कुशलक्षेम पूछने के साथ ही चौहान ने उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण की महामारी की वर्तमान स्थिति की जानकारी दी और उन्हें लॉकडाउन के नियमों और परस्पर दूरी बनाए रखने की हिदायत दी।

चौहान ने लड़कियों से भोजन समय पर मिल रहा है तथा छात्रावास में कोई अन्य समस्या के बारे में भी पूछताछ की। इस पर सभी लड़कियों ने उत्तर दिया, ‘नहीं, सर हम बिल्कुल ठीक और अच्छे से हैं।’ इसके अलावा चौहान ने सवाल किया, ‘क्या आप अपने माता-पिता से बात कर पा रही हैं? उनसे रोज बात होती है और क्या वह आपके लिए चिंतित हैं?’

मुख्यमंत्री ने छात्राओं से कहा, ‘घर में मम्मी-पापा को फोन करके बता देना की चिंता न करें, यहां मामा है। उनको बताएं कि मामा आप सभी को देखने आए थे और उन्हें (माता-पिता) चिंता नहीं करने को कहें।’ चौहान ने छात्राओं को समय गुजारने के लिए रामायण धारावाहिक देखने और स्वस्थ रहने के लिए योग और प्राणायाम करने की सलाह दी।

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उन्होंने एक छात्रावास के संचालक विक्रम चंद्रा को एक पालक के तौर पर इस संकट के समय छात्राओं की देखभाल करने के लिए कहा। भोपाल जिला भाजपा अध्यक्ष और लोकल होस्टल एसोसिएशन के सचिव विकास विरानी और चंद्रा ने मुख्यमंत्री को छात्रावासों में रहने वाली लड़कियों की सुरक्षा और अन्य सुविधाओं के बारे में अवगत कराया।

छात्राओं ने यथासंभव दूरी रखते हुए मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी भी ली। इससे पहले चौहान ने भेल क्षेत्र में भी छात्रावासों का दौरा किया और वहां रुकी लड़कियों का हालचाल जाना।

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