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एनआईए ने किया खुलासा, वसूली के बाद जंगल में यहां पैसा छुपाते हैं माओवादी

एनआईए ने किया खुलासा, वसूली के बाद जंगल में यहां पैसा छुपाते हैं माओवादी

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बने माओवादियों के बारे में बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने बताया है कि किस तरह माओवादी विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के साथ ही विभिन्न तरीकों से हासिल किए गए धन को संभालकर रखते हैं। उसने बताया कि इसके लिए ये मुद्रा को पॉलीथीन में भरते हैं। इसके बाद पॉलीथीन की कई परत चढ़ाते हैं, ताकि यह सुरक्षित रहे।

यही नहीं, माओवादी इस रकम को सुरक्षित रखने के लिए लोहे के बक्स में भरते हैं। फिर इसे घने जंगल में गहरा गड्ढा खोदकर छुपा देते हैं। इस तरह ये इन रुपयों को बहुत संभालकर रखते हैं ताकि वह नमी, गर्मी और अन्य प्राकृतिक कारणों से खराब न हो। एनआईए ने इसकी विस्तृत जांच की और माओवादियों द्वारा अपनाए जा रहे इन हथकंडों का खुलासा किया।

एजेंसी का कहना है कि देश के 90 जिलों में छानबीन के बाद उसे कई बड़े सुराग हाथ लगे हैं। माओवादी अनैतिक तरीकों से धन इकट्ठा करते हैं। फिर इसे कई जगह निवेश करते हैं। जांच में पाया गया कि माओवादी इस रकम को सोना, चांदी, जमीन आदि में निवेश करते हैं। जो रकम बच जाती है, उसे ऊपर बताए गए तरीके से जंगल में जमीन के नीचे छुपा देते हैं।

माओवादियों द्वारा हर साल हासिल की गई यह रकम करोड़ों में है। जब उन्हें पैसों की जरूरत होती है तो इसे दोबारा निकाल लेते हैं। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि कई माओवादी नेता यह रकम निजी जरूरतों पर खर्च करते हैं। माओवादियों के कई एजेंट होते हैं जो रुपयों को विभिन्न रूपों में निवेश करते हैं। यह खुलासा हो चुका है कि माओवादी संबंधित इलाके के ग्रामीणों, छोटे कारोबारियों, ठेकेदारों और अन्य लोगों से वसूली करते हैं।

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