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तलाक पीड़िताओं को 15 लाख नहीं, 15 हजार ही दे दो ‘मितरो’ : ओवैसी

तलाक पीड़िताओं को 15 लाख नहीं, 15 हजार ही दे दो ‘मितरो’ : ओवैसी

हैदराबाद। ट्रिपल तलाक को लेकर केंद्र में मौजूद मोदी सरकार ऐक्शन में है वहीं अन्य विरोधी दलों की ओर से बीजेपी को घेरने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इस मामले में एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि महिलाओं को न्याय तो एक बहाना है और वास्तव में निशाना शरीयत है। असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रिपल तलाक मामले में कहा, ’’महिलाओं के साथ न्याय तो महज एक बहाना है। हकीकत यह है कि ट्रिपल तलाक के जरिए शरीयत को निशाने पर लिया जा रहा है। जिन महिलाओं को ट्रिपल तलाक दिया गया है उनके लिए बजट आवंटित करते हुए १५ हजार रुपए प्रति माह देना चाहिए्। १५ लाख नहीं तो १५ हजार ही दे दो मितरो।’’ द्गझ्ज्ञय्प्त्रद्घ ·र्ष्ठैं फ्ब्य्द्यष्ठ झ्र्‍ॅद्ब द्बह्ख्रर्‍ झ्द्य ब्द्बध्य् बता दें कि पिछले दिनों ओवैसी ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ’’पद्मावत’’ को ट्रिपल तलाक के मुद्दे से जो़डते हुए पीएम मोदी पर हमला किया था। असदुद्दीन ने कहा, ’’प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने १२ सदस्यों का पैनल बकवास फिल्म के रिव्यू के लिए गठित किया, जिसने कई दृश्य हटवाए। यह कहानी कवि मलिक मोहम्मद जायसी ने १५४० में लिखी थी लेकिन इसका कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है। इसके बावजूद उपन्यास पर आधारित फिल्म को दिखाने के लिए सरकार काफी दिलचस्पी दिखा रही है।’’ उन्होंने कहा, ’’जब बात मुस्लिम कानून (ट्रिपल तलाक मुद्दे) की आती है तो प्रधानमंत्री मुस्लिम नेताओं से सुझाव लेना जरूरी नहीं मानते।’’

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