नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है: मोदी

नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। फोटो स्रोत: भाजपा ट्विटर अकाउंट।

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम को भारतीय उद्योग परिसंघ की वार्षिक बैठक को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के इस दौर में आज की यह बैठक बहुत अहम है। मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर से लेकर, टीकाकरण तक, देश को जो भी जरूरत पड़ी, जब भी जरूरत पड़ी, उद्योगों ने आगे बढ़कर हर संभव योगदान दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सीआईआई की यह बैठक इस बार 75वें स्वतंत्रता दिवस के माहौल में, आजादी के अमृत महोत्सव के बीच हो रही है। यह बहुत बड़ा अवसर है, भारतीय उद्योग जगत के नए संकल्पों के लिए, नए लक्ष्यों के लिए। आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व भारतीय उद्योगों पर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आईटी सेक्टर में रिकॉर्ड हाइरिंग से संबंधित रिपोर्ट भी हमने देखी है। यह देश में डिजिटलीकरण और डिमांड की ग्रोथ का ही परिणाम है। ऐसे में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम इन अवसरों का उपयोग करते हुए, अपने लक्ष्यों की ओर दो गुनी गति से बढ़ें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है, तत्पर है। जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है। एक समय था जब हमें लगता था कि जो कुछ भी विदेशी है, वही बेहतर है। इस साइकोलॉजी का परिणाम क्या हुआ, यह आप जैसे उद्योग के दिग्गज भलीभांति समझते हैं। हमारे अपने ब्रांड भी, जो हमने सालों की मेहनत के बाद खड़े किए थे, उनको विदेशी नामों से ही प्रचारित किया जाता था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज स्थिति तेजी से बदल रही है। आज देशवासियों की भावना, भारत में बने प्रोडक्ट्स के साथ है। कंपनी भारतीय हो, यह जरूरी नहीं, लेकिन आज हर भारतीय, भारत में बने प्रोडक्ट्स को अपनाना चाहता है। आज देश में वो सरकार है जो राष्ट्र हित में बड़े से बड़ा रिस्क उठाने के लिए तैयार है। जीएसटी तो इतने सालों तक अटका ही इसलिए क्योंकि जो पहले सरकार में वो राजनीतिक जोखिम लेने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। हमने न सिर्फ जीएसटी लागू किया बल्कि आज हम रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह होते देख रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया के साथ-साथ निर्यात और रोजगार को गति देने के लिए देश ने प्रभावी पीएलआई स्कीम भी शुरू की हैं। ये सभी रिफॉर्म इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि आज देश में जो सरकार है वो रिफॉर्म कम्पलसन में नहीं कर रही, बल्कि ये हमारे लिए कन्वीक्शन का विषय है।

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