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रेलवे की बड़ी उपलब्धि: पिछले साल के संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार किया

रेलवे की बड़ी उपलब्धि: पिछले साल के संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार किया
रेलवे की बड़ी उपलब्धि: पिछले साल के संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार किया

प्रतीकात्मक चित्र। स्रोत: PixaBay

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। कोरोना महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, भारतीय रेलवे ने 11 मार्च को पिछले साल की कुल संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार कर लिया है। रेलवे ने यह जानकारी दी है।

जानकारी के अनुसार, 11 मार्च को भारतीय रेलवे की संचयी माल ढुलाई 1145.68 मिलियन टन थी, जो पिछले वर्ष की कुल संचयी लोडिंग (1145.61 मिलियन टन) से अधिक है।

मार्च 2021 के उक्त आंकड़े माल लोडिंग और गति के मामले में तेजी को अभिव्यक्त करते हैं। इसके अलावा भारतीय रेलवे की काम करने की गति को भी प्रदर्शित करते हैं।

11 मार्च तक मासिक आधार पर, भारतीय रेलवे का लोड 43.43 मिलियन टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (39.33 मिलियन टन) की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। 11 मार्च को दैनिक आधार पर, भारतीय रेलवे का माल लोडिंग 4.07 मिलियन टन था, जो पिछले साल की इसी तारीख (3.03 मिलियन टन) की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है।

मार्च 2021 माह में 11 मार्च तक मालगाड़ियों की औसत गति 45.49 किमी प्रति घंटे थी। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि (23.29 किमी प्रति घंटे) की तुलना में लगभग दोगुनी है।

बता दें कि भारतीय रेलवे मालगाड़ियों की आवाजाही को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कई रियायतें और छूट भी दे रही है। ज़ोन और डिवीजनों में व्यवसाय विकास इकाइयों का मजबूत उदय, उद्योगों और लॉजिस्टिक सेवाएं देने वालों से निरंतर संवाद और तेज गति आदि से भारतीय रेल का माल ढुलाई काफी तेजी से विकसित हो रहा है।

यह भी उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की अवधि का उपयोग भारतीय रेलवे द्वारा अपनी सर्वांगीण क्षमता और प्रदर्शन में सुधार करने के अवसर के रूप में किया गया है।

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