नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भारतीय रेलवे ने एक हाई राइज ओवर हेड इक्विपमेंट (ओएचई) को चालू करके नया कीर्तिमान बनाया है। रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इसमें 7.57 मीटर की तार की ऊंचाई होती है और पश्चिम रेलवे ने सफलतापूर्वक विद्युतीकृत क्षेत्र में डबल स्टैक कंटेनर चलाया है।
रेल मंत्रालय ने कहा कि यह बड़ी कामयाबी पूरी दुनिया में अपनी तरह की पहली पहल है और यह भारतीय रेलवे के लिए एक नवीनतम हरित पहल के रूप में ग्रीन इंडिया के महत्वाकांक्षी मिशन को भी बढ़ावा देगी।
रेल मंत्रालय ने कहा कि इसके साथ ही भारतीय रेलवे ओएचई क्षेत्र में उच्च पहुंच वाले पैनोग्राफ के साथ डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन चलाने वाला पहला रेलवे बन गया है। इसका संचालन 10 जून को गुजरात के पालनपुर और बोटाद स्टेशनों के बीच सफलतापूर्वक शुरू किया गया।
इस तरह की पहलों का जोर माल ढुलाई में नवाचार, गति और अनुकूलन पर है। कोविड लॉकडाउन के दौरान मंत्रालय का फोकस पिछले वर्षों के माल ढुलाई के आंकड़ों को पार करने पर रहा है।
रेल मंत्रालय ने बताया कि एक अप्रैल से 10 जून तक भारतीय रेलवे ने अपने सातों दिन 24 घंटे निर्बाध मालगाड़ियों के परिचालन के माध्यम से 178.68 मिलियन टन वस्तुओं का परिवहन किया है।
इसके अलावा, 24 मार्च से से 10 जून तक 32.40 लाख से अधिक वैगनों के जरिए आपूर्ति की गई है। इनमें से 18 लाख से अधिक वैगन के जरिए देशभर में खाद्यान्न, नमक, चीनी, दूध, खाद्य तेल, प्याज, फल और सब्जियां, पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला, उर्वरक इत्यादि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की गई।
साथ ही, एक अप्रैल से 10 जून की अवधि के दौरान रेलवे ने पिछले वर्ष की इसी अवधि में 6.79 मिलियन टन की तुलना में 12.74 मिलियन टन खाद्यान्न की ढुलाई की।
मंत्रालय ने बताया कि भारतीय रेलवे द्वारा 22 मार्च से 10 जून तक कुल 3,897 पार्सल ट्रेनें भी चलाई गई हैं, जिनमें से 3,790 ट्रेनें रियल टाइम टेबल के अनुसार चलने वाली हैं। इन पार्सल ट्रेनों में कुल 1,39,196 टन खेप की ढुलाई हुई है।