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महामारी ने रोका अर्थव्यवस्था का पहिया, अब शराब पर ‘विशेष कोरोना शुल्क’ से खजाना भरेगी दिल्ली सरकार

महामारी ने रोका अर्थव्यवस्था का पहिया, अब शराब पर ‘विशेष कोरोना शुल्क’ से खजाना भरेगी दिल्ली सरकार

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। दिल्ली सरकार ने कहा है कि वह मंगलवार से शराब की बिक्री पर ‘विशेष कोरोना शुल्क’ लगाएगी। राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने यह फैसला ऐसे समय मेंं लिया है जब करीब एक महीने तक शराब की दुकानें बंद रहीं और उन्हें सोमवार को खोला गया।

इस दौरान सैकड़ों की तादाद में लोग शराब की दुकानों के सामने कतार लगाकर खड़े हो गए और अपनी बारी का इंतजार करते रहे। कई जगह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन किया गया और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज जैसे कदम उठाने पड़े। साथ ही ऐसी दुकानों को बंद कराना पड़ा।

बता दें कि लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो चुका है और यह कुछ सहूलियत के साथ 17 मई तक जारी रहेगा। इनमें से शराब की दुकानें खोलना भी शामिल है। दिल्ली सरकार ने शराब की बिक्री पर जो ‘विशेष कोरोना शुल्क’ लगाया है, उसके नियम कुछ इस प्रकार हैं:

– केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा दी गई नवीनतम लॉकडाउन छूटों के अनुसार, दिल्ली में लगभग 150 सरकारी शराब दुकानें 9 बजे से शाम 6.30 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है।

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– दिल्ली सरकार के वित्त विभाग ने सोमवार देर रात आदेश जारी किया। शराब की बोतलों के एमआरपी पर 70 प्रतिशत ‘विशेष कोरोना शुल्क’ लगा दिया गया है। नई कीमतें मंगलवार से प्रभावी होंगी।

– इस प्रकार, अगर प्री-टैक्स एमआरपी वाली शराब की बोतल की कीमत 1,000 रुपए है, तो अब उसके 1,700 रुपए चुकाने होंगे। अधिकारियों ने कहा है कि ‘विशेष कोरोना टैक्स’ राजस्व बढ़ाने में मदद करेगा, जो कोविद-19 लॉकडाउन के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

– मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा था कि सरकार को पिछले साल की तुलना में अप्रैल में 3,200 करोड़ रुपए के राजस्व नुकसान के कारण वेतन का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है। उल्लेखनीय है कि शराब की दुकानें खुलने और वहां लोगों की लंबी कतारों की आलोचना भी हो रही है।

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