नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राजस्थान में अल्पसंख्यक समुदाय के एक व्यक्ति की बर्बर हत्या को धर्म विशेष से जो़डे जाने को गलत बताते हुए शनिवार को कहा कि अपराध को संप्रदाय का जामा नहीं पहनाना चाहिए। नकवी ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि राजस्थान सरकार ने इस मामले में जरूरी कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि अपराध अपराध होता है और अपराधी के साथ उसी तरह का बर्ताव किया जाना चाहिए। वह इसे संप्रदाय का जामा पहनाने को गलत मानते हैं और इससे सबको नुकसान होगा। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के राजसमंद में पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी मोहम्मद अफजल (४८) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या करने और उसके शव को आग के हवाले करने का एक वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने करीब दो दिन पहले आरोपी शंभुलाल रैगर को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात चुनाव में अल्पसंख्यकों के खिलाफ की जा रही बयानबाजी से जु़डे सवाल पर नकवी ने कहा कि आजकल ’’बयानवीरों’’ की बा़ढ आ गई है लेकिन देश को उसमें डूबना नहीं चाहिए। कौशल विकास को मंत्रालय की प्राथमिकता बताते हुए नकवी ने कहा कि ’’शिक्षा के साथ रोजगार और रोजगार के साथ सशक्तीकरण ’’ के थीम पर काम हो रहा है। मंत्रालय के बजट का ६५ प्रतिशत हिस्सा समुदाय के युवकों की शिक्षा और कौशल विकास की योजनाओं पर खर्च हो रहा है। उन्होंने बताया कि हुनर हाट तथा अन्य प्रशिक्षणों से ५० लाख युवकों को रोजगार मिला है। हैदराबाद में जीएसटी का फार्म भरने का प्रशिक्षण प्राप्त हजारों युवकों को रोजगार मिल रहा है और वे छोटे एवं मंझोेले व्यापारियों की मदद कर रहे हैं। इसी तरह स्वच्छता अभियान के तहत निर्मित लाखों शौचालयों के रखरखाव के लिए सेनेटरी सुपरवाइजर के कोर्स से भी ब़डी संख्या में रोजगार मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में डे़ढ करोड से ज्यादा विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी गई है। बेगम हजरत महल बालिका छात्रवृत्ति के लिए तीन लाख आवेदन मिले हैं । आनलाइन आवेदन भरने में लोगों की मदद के लिए जल्द ही मंत्रालय का ऐप लांच होने जा रहा है। इससे पहले नकवी ने मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन के संचालक मंडल और आम सभा की बैठक की अध्यक्षता की।
हत्या को संप्रदाय के चश्मे से देखना गलत : नकवी
हत्या को संप्रदाय के चश्मे से देखना गलत : नकवी