बोरदुआ/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को असम के बोरदुआ में रैली को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्रीमंत शंकरदेव ने दूरदृष्टि के साथ पूरे पूर्वी क्षेत्र को भारत के साथ जोड़ने का प्रयास किया। महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन के वक्त कहा था कि असम सही में भाग्यशाली है कि यहां 500 साल पहले शंकरदेवजी ने जन्म लिया।
शाह ने कहा कि असम में 15 वर्ष तक कांग्रेस की सरकार रही मगर कभी श्रीमंत शंकर देवजी की भूमि को उन्होंने पुण्य स्थली मानकर उसमें एक स्मारक बनाने का काम नहीं किया। आपने भाजपा को मौका दिया और हमारे दोनों नेताओं ने श्रीमंत शंकर देवजी के संदेश को आगे बढ़ाने का काम किया है।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे उत्तर पूर्व में विकास की नई शुरुआत हुई है। पहले असम आंदोलन, हिंसा से जाना जाता था, आज प्रधानमंत्री मोदी ने असम का गौरव बढ़ाने के अनेक कार्य किए हैं।
शाह ने कहा कि जो असम पहले हथियार, आंदोलन के लिए जाना जाता था, वहां बोडो लैंड का समझौता हुआ। प्रधानमंत्री मोदी ने 5 साल में करीब 35 बार उत्तर पूर्व का दौरा कर यहां के विकास कार्यों को गति दी।
शाह ने कहा कि बाढ़ के कारण यहां लाखों लोग अपने घर को छोड़कर जाने के मजबूर होते हैं। सैटेलाइट के माध्यम से ऐसे स्थान ढूंढ़े गए हैं, जहां से पानी को डायवर्ट करके बड़े-बड़े तालाब बनाए जाएंगे, सिंचाईं की व्यवस्था की जाएगी, पर्यटन स्थल बनाए जाएंगे और असम को बाढ़ मुक्त बनाया जाएगा।
शाह ने कहा कि असम आंदोलन के वक्त जिस कांग्रेस ने असम के युवाओं पर गोली चलाई, इसको जिताने के लिए आंदोलन करने वाले अलग-अलग नाम से भाजपा के वोट काटने के लिए खड़े हुए हैं। उनका मकसद है कांग्रेस को जिताना और सभी को मालूम है कि कांग्रेस सरकार नहीं बना सकती है।