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तृणमूल को शाह की ललकार- इस गलतफहमी में न रहें कि हिंसक हमले भाजपा को रोक देंगे

तृणमूल को शाह की ललकार- इस गलतफहमी में न रहें कि हिंसक हमले भाजपा को रोक देंगे
तृणमूल को शाह की ललकार- इस गलतफहमी में न रहें कि हिंसक हमले भाजपा को रोक देंगे

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

बीरभूम/दक्षिण भारत। पश्चिम बंगाल दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बीरभूम में प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि भारत के सबसे बड़े दल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर हमला केवल भाजपा के अध्यक्ष पर हमला नहीं है बल्कि बंगाल के अंदर लोकतंत्र की व्यवस्था पर हमला है। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी तृणमूल कांग्रेस की सरकार की, तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की है।

शाह ने कहा कि मैं आज इस प्रेसवार्ता के माध्यम से तृणमूल कांग्रेस के सभी नेताओं को बताना चाहता हूं कि आप गलतफहमी में मत रहिए कि इस प्रकार के हमले से भाजपा की गति, भाजपा का कार्यकर्ता रुकेगा या पार्टी अपने कदम पीछे लेगी।

शाह ने कहा कि जितना इस प्रकार की हिंसा का वातावरण बनाएंगे, उतना ही भाजपा और मजबूती के साथ बंगाल में अपने आप को मजबूत करने का परिश्रम करेगी। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने तय किया है कि हिंसा का जवाब हम लोकतांत्रिक तरीकों से देंगे। बंगाल में आने वाले चुनाव में इस सरकार को हम परास्त करके दिखाएंगे।

शाह ने कहा कि जब भारत को आजादी मिली तो बंगाल में देश की पूरी जीडीपी का एक तिहाई हिस्सा था। आज, यह कम्युनिस्ट शासन के तीन दशकों और तृणमूल शासन के एक दशक बाद न्यूनतम स्तर पर आ गया है।

बंगाल की प्रति व्यक्ति आय 1960 में महाराष्ट्र से लगभग दोगुनी थी। आज यह भारत की व्यापारिक राजधानी का आधा भी नहीं है! इसके लिए कौन जिम्मेदार है? 1950 के दशक में, भारत का 70 प्रतिशत फार्मा उत्पादन बंगाल में हुआ था। आज, यह 7 प्रतिशत तक गिर गया है! बंगाल का जूट उद्योग भी काफी कमजोर हुआ है।

शाह ने कहा कि बंगाल में राजनीतिक हिंसा चरम पर है। 300 से ज्यादा भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले की जांच में एक इंच भी प्रोग्रेस कहीं पर दिखाई नहीं पड़ती है।

शाह ने कहा कि बंगाल में शिक्षा क्षेत्र में 90 प्रतिशत प्राथमिक स्कूलों में डेस्क नहीं है। 30 प्रतिशत से ज्यादा स्कूलों में पर्याप्त क्लासरूम नहीं हैं। 10 प्रतिशत स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं। 56 प्रतिशत स्कूलों में शौचालय नहीं हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यह बंगाल की स्थिति है।

शाह ने कहा कि बंगाल के 23 लाख किसानों ने पीएम-किसान सम्मान निधि के लिए ऑनलाइन अनुरोध किया है। ममता दीदी उन्हें सर्टिफिकेशन नहीं देकर रोकती हैं। वे किसानों की सूची केंद्र सरकार को नहीं भेज रही हैं।

शाह ने कहा कि टोलबाजी, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, हिंसा, बम धमाकों, कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में बंगाल नंबर एक है। मां, माटी, मानुष का नारा लेकर चलने वाले टोलबाजी, तुष्टिकरण, तानाशाही में अटक कर रह गए हैं। एक पारिवारिक पार्टी बनकर रह गई है तृणमूल कांग्रेस। बता दें कि शाह ने बोलपुर में रोडशो भी किया।

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