शिमला/भाषा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री चुने जाते हैं तो कश्मीर को विशेष शक्तियां देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया जाएगा।
शाह ने चंबा जिले के चौगान मैदान में अपनी पहली रैली में कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने वहां कहा कि राज्य के लिए अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए जबकि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि वह कश्मीर में अफस्पा की समीक्षा करेगी और राजद्रोह कानून के प्रावधानों को संशोधित करेगी।
यह सब उनकी सोच को दर्शाता है लेकिन अगर भाजपा फिर से सत्ता में आती है और मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो अनुच्छेद 370 को निश्चित तौर पर हटा लिया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष कांगड़ा से पार्टी प्रत्याशी किशन कपूर के समर्थन में प्रचार कर रहे थे।
राष्ट्र सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह नीत पूर्व कांग्रेस सरकार ने उस वक्त कुछ नहीं किया जब पाकिस्तान ने पांच भारतीय सैनिकों का सिर कलम कर दिया था लेकिन मोदी शासन के दौरान बालाकोट में हवाई हमले किए गए।
शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने कहा कि हवाई हमलों की बजाय हमें आतंकवादियों से बात करनी चाहिए।
पित्रोदा पर हमला जारी रखते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा, अगर आप 1984 के सिख विरोधी दंगों के संबंध में सवाल पूछते हैं तो कांग्रेस कहती है, ‘हुआ तो हुआ।’ अगर आप मुंबई के 26/11 हमलों और कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में सवाल पूछते हैं तो कांग्रेस कहेगी ‘हुआ तो हुआ।’
शाह ने यह भी कहा कि यह पहला मौका है जब विपक्ष ने भ्रष्टाचार को मुद्दा नहीं बनाया क्योंकि मोदी सरकार के दौरान यह खत्म हो गया।
मोदी सरकार के शासन में हिमाचल प्रदेश में विभिन्न विकास कार्यों को गिनाते हुए शाह ने कहा, मंडी में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने की प्रक्रिया जारी है। केंद्र में फिर से मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद यह पूरा किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार इस रैली में मौजूद थे। कांग्रेस ने कांगड़ा से मौजूदा विधायक पवन काजल को जबकि भाजपा ने हिमाचल प्रदेश के मंत्री किशन कपूर को चुनाव मैदान में उतारा है।