नई दिल्ली। मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है। प्रस्ताव के पक्ष में 126 और विरोध में 325 मत पड़े। इसके जरिए विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। इस दौरान लोकसभा में काफी हंगामा हुआ और मोदी सरकार पर विपक्ष ने गंभीर आरोप भी लगाए, जिनका सरकार की ओर से जवाब दिया गया। यूं तो भारत के संसदीय इतिहास में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला नया नहीं है, पर आज का दिन कई घटनाओं के लिए काफी चर्चा में रहा।
यह मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया पहला अविश्वास प्रस्ताव था। इसे लेकर विपक्ष सरकार पर काफी आक्रामक था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के मौजूदा हालात पर कई मुद्दों का जिक्र कर सरकार की आलोचना की। राहुल खुद विवादों मे घिर गए जब उन्होंने अचानक जाकर प्रधानमंत्री को गले लगा लिया और सदन में पार्टी के साथी सांसद की ओर आंखों से इशारा करते दिखे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी उनसे नाराज हुईं और मर्यादा का सम्मान करने की बात कही। राहुल ने राफेल डील में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, जिसे फ्रांस ने खारिज किया।
देश में हर कोई प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार कर रहा था। इस मौके पर मोदी ने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं तो विपक्ष पर हमला करने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा, अविश्वास प्रस्ताव यह बताता है कि इस देश में लोकतंत्र जिंदा है। लोकतंत्र में जनता भाग्य विधाता होती है। … देश को विश्वास है, दुनिया को विश्वास है, दुनिया की सर्वश्रेष्ठ संस्थाओं को विश्वास है लेकिन जिन्हें खुद पर विश्वास नहीं वो कैसे विश्वास करेंगे? इस तरह विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया।